Menu
blogid : 15165 postid : 753722

” तेरे बिना ”

मेरे ख़्याल
मेरे ख़्याल
  • 10 Posts
  • 37 Comments

अब तेरे बाद मेरी ज़िंदगी में कोई भी मज़ा नही
तेरी बेरूखी से कड़ी मेरे लिए कोई भी सज़ा नही

तेरा गुनाहगार हूँ ना समझ हूँ या नादान ही कह ले
पर मुझसे बात तो कर ज़रा मैं इतना भी बुरा नही

मिलता हूँ सबसे आजकल अंजानो के मानिंद मैं
की जो तू नही मेरा तो यहाँ पर कोई भी मेरा नही

नही मंज़ूर मुझे भले उम्र लाफ़ानी अता करे खुदा
जो तुझको नही कबूल तो उसमे मेरी भी रज़ा नही

कर लिया सौदा बैंच डाली अना इश्क़ के हाथों मैंने
मैं और दीवानो सा हूँ पागल हाँ मुझमे भी हया नही

छोड़ तो ज़रा ख्यालों के पुल बाँधना नादानी ना कर
हक़ीक़त से आँख मिला फिर देख हक़ मे क्या नही

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply